5 Simple Statements About पारद शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा Explained

कई औषधियां मिलाकर तरल पारे का बंधन करने के बाद बनता है पारद शिवलिंग

ब्रह्महत्या सहस्त्राणि गौहत्याया: शतानि च।

 इसकी पूजा से कुंडली में मौजूद सभी तरह के गृह दोष समाप्त हो जाते हैं।

पारद शिवलिंग को घर मे रखा जा सकता है ये आप किसी भी वजन और ऊंचाई का रख सकते है। 

जिस व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास की कमी होती है या वह हमेशा जीवन में दूसरों से दबा हुआ महसूस करता है, तो उसे इस शिवलिंग की पूजा अवश्य करनी चाहिए।

कुंडली में कमज़ोर चंद्रमा मानसिक परेशानियों का कारण बनता है। पारद शिवलिंग की पूजा करने से चंद्रमा को बल मिलता है।

आपको ओम नमः शिवाय का नियंत्रण जाप करते रहना चाहिए।

माना जाता है कि शिवलिंग को कभी भी अकेला नहीं रखना चाहिए। उसके साथ भगवान शिव के पूरे परिवार यानी माता पार्वती, गणेश जी और कार्तिकेय की तस्वीर रखनी चाहिए। घर के शिवलिंग में न कराएं प्राण प्रतिष्ठा

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शिवलिंग के प्रकार और उनके अभिषेक से मिलने वाले शुभ लाभ

आपको बता दें कि इस शिवलिंग की पूजा करने से ना केवल माता पार्वती और शिव जी का आशीर्वाद नहीं मिलता बल्कि ग्रह दोष और पाप का भी अंत होता हैं।

पण त्या अगोदर तुम्ही पुन्हा मागील पोस्ट वाजून घ्या कारण शिवलिंग घरात ठेवणे check here हा विषय सोपा नाही. तसा हा कठीण सुद्धा नाही कसा ह्याचा विचार करू.

जिस घर में पारद का शिवलिंग होता है, उस घर में माता लक्ष्मी और कुबेर जी का वास होता है।

मध्वाज्येन धनार्थी स्यान्मुमुक्षुस्तीर्थवारिणा।

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